Monday, June 29, 2009

प्रेम .आनंद



प्रेम


में घटित होने


का सबसे बड़ा आनंद हैं ,


की आप जीवन के सारे भावः


,रस -रंग के दरशण यहाँ कर लेते हैं .


TOUCH AND BURN TOGETHER

अगर श्री कृष्ण और राधारानी के प्रेम प्रसंगो को


देखे तो बड़ा आनंद आएगा .


यहाँ सारे रंगों को उन्होंने जीवन के घटनओं से प्रतिलिछित किया हैं ।


प्रेम ,रस,वियोग ,करुणा ,ईषया ,वीर ....सब को उन्होंने अपने जीवन के माध्यम से दीखाया हैं ।


फ़िर ..प्रेम में भावो का चुनाव क्यों ....?


दर्द भी आए तो प्रेम हैं ,......


वियोग भी हो तो प्रेम हैं ,


रस भी हो तो प्रेम हैं


यानि प्रेम का वही आनंद ले सकता हैं जो हर भावः को सम्यकता से जी ले


और उसका आनंद ले ।


_()_


परम आनंदे


नमः






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